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हिन्दुओं के प्रमुख त्यौहार / FESTIVALS OF HINDUS


हिन्दुओं के  प्रमुख  त्यौहार / FAMOUS FESTIVALS OF HINDUS


भारत त्योहारों का देश है ये कहना गलत नहीं होगा यहाँ पर त्योहारों का मतलब उमंग है खुशिया है जो आपस में बाटी जाती है आज हम आपको उनमे से कुछ त्योहारों के बारे में परिचय देंगे।  वैसे तो भारत में मुख्या रूप से दो तरह के त्यौहार मनाये जाते है जिसमे कुछ राष्ट्रीय त्यौहार होते है तो कुछ धार्मिक त्यौहार। आज  हम आपको उन त्योहारों के बारे में बताएंगे जो हिन्दू धर्म के मुख्य त्यौहार है तो चलिए जानते है कोण से त्यौहार कब और क्यों मनाये जाते है।



१. दिवाली या दीपावली :- दिवाली भारत के सबसे ज्यादा मनाये जाने वाले त्योहारों में से एक है, यह त्यौहार अंधकार पर प्रकाश के जीत का प्रतीक है भारतवर्ष में मनाए जाने वाले सभी त्यौहारों में दीपावली का सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्त्व है। इसे दीपोत्सव भी कहते हैं।

दिवाली को  सिर्फ हिन्दू ही नहीं बल्कि सिख, बौद्ध तथा जैन धर्म के लोग भी मनाते हैं। जैन धर्म के लोग इसे महावीर के मोक्ष दिवस के रूप में मनाते हैं तथा सिख समुदाय इसे बन्दी छोड़ दिवस के रूप में मनाता है।
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दिवाली 




ऐसा माना जाता है कि दीपावली के दिन अयोध्या के राजा राम अपने चौदह वर्ष के वनवास के पश्चात अयोध्या वापस लौटे थे।अयोध्यावासियों का ह्रदय अपने परम प्रिय राजा के आगमन से प्रफुल्लित हो उठा था। भगवान् श्री राम के स्वागत में अयोध्यावासियों ने घी के दीपक जलाए। कार्तिक मास की सघन काली अमावस्या की वह रात्रि दीयों की रोशनी से जगमगा उठी। तब से आज तक भारतीय प्रति वर्ष यह प्रकाश-पर्व हर्ष व उल्लास से मनाते हैं।





यह पर्व अंग्रेजी महीने के अनुसार अक्टूबर या नवंबर के महीने में पड़ता है। दीपावली दीपों का त्योहार है। दीपावली स्वच्छता व प्रकाश का पर्व है।




२. होली :- होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला हिन्दुओं का एक महत्वपूर्ण  त्यौहार है, यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमाको मनाया जाता है। रंगों का त्यौहार कहा जाने वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है,पहले दिन को होलिका जलायी जाती है, जिसे होलिका दहन भी कहते हैं। दूसरे दिन,लोग एक दूसरे को  रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि लगाते  हैं होली की ख़ुशी में अपनी पुरानी  दुश्मनी को  भूल कर एक नयी जिंदगी का शुरुआत करते है , ढोल बजा कर होली के गीत गाये जाते हैं और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाया जाता है।  इसे लोग प्रमुखतः धुलेंडी व धुरड्डी, धुरखेल या धूलिवंदन के नाम से भी जानते है।  




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होली 


होली के पर्व से जो मुख्य कहानी जुड़ी हुई  हैं वो है भक्त प्रह्लाद की। माना जाता है कि प्राचीन काल में हिरण्यकशिपु नाम का एक अत्यंत बलशाली असुर था। वह अपने बल के घमंड  में चूर हो कर स्वयं को ही ईश्वर मानने लगा था। उसने अपने राज्य में ईश्वर का नाम लेने पर ही पाबंदी लगा दी थी। हिरण्यकशिपु का पुत्र प्रह्लाद भगवान् विष्णु का परम  भक्त था। प्रह्लाद की ईश्वर भक्ति से परेशान होकर हिरण्यकशिपु ने उसे अनेक कठोर दंड दिए, परंतु उसने भक्ति का मार्ग न छोड़ा। हिरण्यकशिपु की बहन होलिका को यह वरदान प्राप्त था कि वह आग में भस्म नहीं हो सकती। हिरण्यकशिपु ने आदेश दिया कि होलिका प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठे। आग में बैठने पर होलिका तो जल गई, पर प्रह्लाद बच गया। ईश्वर भक्त प्रह्लाद की याद में इस दिन होली जलाई जाती है। प्रतीक रूप से यह भी माना जाता है कि प्रह्लाद का अर्थ आनन्द होता है। वैर और उत्पीड़न की प्रतीक होलिका (जलाने की लकड़ी) जलती है और प्रेम तथा उल्लास का प्रतीक प्रह्लाद (आनंद) अक्षुण्ण रहता है।यह त्यौहार हिन्दू कैलेंडर वर्ष  का आखिरी मास  समाप्त होने का और नया वर्ष शुरू होने की ख़ुशी का भी पर्व है  




३. महाशिवरात्रि :- महाशिवरात्रि  हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहार है। यह भगवान शिव का प्रमुख पर्व है।



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भगवान् शिव 


हर वर्ष फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को ही महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि का प्रारंभ इसी दिन से हुआ। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन सृष्टि का आरम्भ अग्निलिंग ( जो महादेव का विशालकाय स्वरूप है ) के उदय से हुआ। इसी दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था। साल में होने वाली 12 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।
ऐसा कहा जाता है की एक बार माँ पार्वती जी ने  जब  भगवान शिवशंकर से पूछा, 'ऐसा कौन-सा श्रेष्ठ तथा सरल व्रत-पूजन है, जिससे मृत्युलोक के प्राणी आपकी कृपा सहज ही प्राप्त कर लेते हैं?' उत्तर में शिवजी ने पार्वती को 'शिवरात्रि' के व्रत के बारे में बताया। 




४. जन्माष्टमी :-कृष्णजन्माष्टमी भगवान श्री कृष्ण का जनमोत्स्व का पर्व  है। 



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भगवान् श्री कृष्ण




भगवान विष्णु ने अपना श्रीकृष्ण  अवतार भाद्र माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी की  मध्यरात्रि को मथुरा (उत्तर प्रदेश ) में  लिया था जिनका  उद्देस्य अत्याचारी कंस का विनाश करना था।  चूंकि भगवान स्वयं इस दिन पृथ्वी पर अवतरित हुए थे अत: हिन्दू लोग  इस दिन को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाते हैं। 




५. राम नवमी :-रामनवमी का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी मनाया जाता है। 


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भगवन राम 


हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था,हिन्दु धर्म शास्त्रों के अनुसार त्रेतायुग में रावण के अत्याचारों को समाप्त करने तथा धर्म की पुन: स्थापना के लिये भगवान विष्णु ने मृत्यु लोक में श्री राम के रूप में अवतार लिया था।




६. दशहरा या विजयदशमी :- दशहरा  हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। अश्विन (क्वार) मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है । दश+हरा यानी देश मुख वाला हारा,भगवान राम ने इसी दिन दश सिर वाले  रावण का वध किया था।




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लंकेश रावण के किरदार में एक कलाकार 



 दूसरी मान्यता यह है की  माँ  दुर्गा ने नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के उपरान्त महिषासुर पर विजय प्राप्त किया था। यह पर्व   असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। इसीलिये इस दशमी को 'विजयादशमी' के नाम से जाना जाता है। दशहरा के लगभग २० दिन बाद दिवाली मनाई जाती है।






७. नवरात्री या दुर्गा पूजा :- दुर्गा पूजा एक  वार्षिक हिन्दू पर्व है जिसमें हिन्दू देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। दुर्गा पूजा  हिन्दू पंचांग के अनुसार ही मनाया जाता  है।  




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माँ दुर्गा 


दुर्गा पूजा का पर्व हिन्दू देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है। अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में भी माना जाता है।
दुर्गा पूजा भारतीय राज्यों असम, बिहार, झारखण्ड, मणिपुर, ओडिशा, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में बहुत ही हर्षोउल्लास के साथ  मनाया जाता है।   पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा में यह वर्ष का सबसे बड़ा उत्सव माना जाता है। 
इन राज्यों  के अतिरिक्त भारत के अन्य राज्यों में दुर्गा पूजा का उत्सव अलग अलग तरीको से मनाया जाता है। जैसे की गुजरात में गरबा इत्यादि। 


८. रक्षा बंधन या राखी :- रक्षाबन्धन एक हिन्दू व जैन धर्म के लोगो द्वारा मनाये जाने वाला त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण या सावन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।  



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एक महिला राखी खरीदते हुए 


 रक्षाबंधन भाई बहन के रिश्ते का प्रसिद्ध त्योहार है, रक्षा का मतलब सुरक्षा और बंधन का मतलब बाध्य है। रक्षाबंधन के दिन भाई अपने बहन को राखी के बदले कुछ उपहार देते है। रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जो भाई बहन के प्यार को और मजबूत बनाता है।  






९. छठ पूजा :- भारत में सूर्योपासना के लिए प्रसिद्ध पर्व है छठ। मूलत: सूर्य षष्ठी व्रत होने के कारण इसे छठ कहा गया है। यह पर्व वर्ष में दो बार मनाया जाता है। पहली बार चैत्र में और दूसरी बार कार्तिक में।



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सूर्य देव  से विनती करते हुए 


चैत्र शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाये जाने वाले छठ पर्व को चैती छठ व कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाये जाने वाले पर्व को कार्तिकी छठ कहा जाता है।छठ  एक प्रमुख  हिन्दू पर्व है। सूर्योपासना का यह अनुपम लोकपर्व मुख्य रूप से पूर्वी भारतके बिहार, झारखण्ड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में मनाया जाता है। प्रायः हिन्दुओं द्वारा मनाये जाने वाले इस पर्व को इस्लाम सहित अन्य धर्मावलम्बी भी मनाते देखे गये हैं। धीरे-धीरे अब यह त्योहार प्रवासी भारतीयों के साथ-साथ विश्वभर में प्रचलित हो चूका है। छठ पूजा सूर्य और माँ षष्ठी  को समर्पित है जिसमे  कोई मूर्तिपूजा शामिल नहीं है।

छठ पर्व  चार दिनों की अवधि में मनाए जाते हैं। इनमें पवित्र स्नान, उपवास और पीने के पानी  से दूर रहना, लंबे समय तक पानी में खड़ा होना, और  अर्घ्य देना शामिल है। 







१०.) गणेश चतुर्थी :- गणेश चतुर्थी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार भारत के विभिन्न भागों में मनाया जाता है किन्तु महाराष्ट्र में बडी़ धूमधाम से मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार इसी दिन भगवान् श्री गणेश जी का जन्म हुआ था।गणेश चतुर्थी पर हिन्दू भगवान गणेशजी की पूजा करते  है।


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भगवान् गणेशजी
मिथिला में लोग इस दिन को लोग चौरचन  के रूप में मानते है।   चौरचन मिथिला में मनाये जाने वाला ऐसा त्योहार है, जिसमें चांद की पूजा बड़ी धूमधाम से होती है। 

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