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मिथिला का संक्षिप्त परिचय / Mithila ka Parichya

मिथिला का संक्षिप्त परिचय  / Mithila  ka  Parichya  मिथिला अपने परम्पराओं  के लिये भारत और भारत के बाहर जानी जाती रही है। इस क्षेत्र की प्रमुख भाषा  मैथिली  है।  हिन्दू धार्मिक ग्रंथों में सबसे पहले इसका   स्पष्ट उल्लेख  वाल्मीकीय रामायण  में मिलता है।  आज हम मिथिला  के बारे संक्षिप्त में जानेंगे।   मिथिला के रत्न :- महाकवि विद्यापति जी  महाकवि विद्यापति जी की जन्मस्थली और कर्म स्थली भी मिथिला रही है।  इसके अलावा   मंडन, अयाची जैसे महान महात्माओं एवं  ऋषि- मुनियों की धरती भी मिथिला ही है।   श्री राम एवं जानकी जी मिथिला में  मिथिला के संस्कार एवं पर्व त्योहार विश्व में सब से अत्यधिक विधि-विधान से मनाये जाते हैं। मिथिला के त्यौहार अपने आप में ही खास होते है मिथिला अपने संस्कारो के लिए भी जानी जाती है  मिथिला  महाराजा जनक की नगरी एवं माता सीता की जन्म-स्थान भी  है |  मिथिला की नदियाँ :- बागमती नदी नेपाल में।   यहाँ कई  पावन नदियाँ   बहती है जो की हमारी पवित्र गंगा की सहायक नदियाँ   भी है।जैसे की बागमती, कोसी, कमला, गंडक,लक्ष्मण